Debsa Pass – हिमालय पर्वत के प्रमुख दर्रे
लगभग 5270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित देब्सा दर्रा दीर्घ हिमालय के हिमाचल पदेश में हैं। कुल्लू से स्थित के लिए यह दर्रा एक सरल मार्ग प्रस्तुत करता हैं।
दिबांग दर्रा (Dibang Pass):
- अरुणाचल प्रदेश में अवस्थित दिबांग दर्रा लगभग 4000 मीटर की ऊंचाई पर हैं। Debsa Pass – हिमालय पर्वत के प्रमुख दर्रे
- यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार के मांडले नगर से जोड़ता हैं।
डिफू दर्रा (Diphu Pass):
- अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित दिफू दर्रा, अरुणाचल प्रदेश को म्यांमार से जोड़ता हैं।
- भारत एवं म्यांमार के मध्य यह एक पुराना परम्परागत आर्थिक एवं सांस्कृतिक महत्व दर्रा हैं।
इमिसला (Imis La):
- सागर स्तर से लगभग 4500 मीटर से भी अधिक ऊंचाई पर स्थित यह दर्रा लदाख को तिब्बत से जोड़ता हैं।
- तीव्र ढलान पर बना यह दर्रा शीट ऋतू में बर्फ से ढक्का रहता हैं।
खरदुंगला (Khardunga La):
- सागर स्तर से लगभग 6000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं।
- खारदुंगला भारत के सबसे ऊँचे दर्रों में से एक हैं।
- यह दर्रा लेह नगर को सियाचीन गलेशियर से जोड़ता हैं।
जेलिप ला (Jelep La):
- सागर स्तर से 4538 मीटर की ऊंचाई पर स्थित जेलिप ला (Jelep La) सिक्किम का एक महत्वपूर्ण दर्रा हैं।
- यह गंगटोक को लहासा से जोड़ता हैं।
- यह दर्रा चुम्बी घाटी से गुजरता हैं।
लानक ला (Lanak La):
- समुद्र तल से लगभग 4538 मीटर ऊंचाई पर स्थित हैं।
- लानक ला सिक्किम को लाह्सा (Lhasa) से जोड़ता हैं।
- चीन ने यहाँ एक सड़क का निर्माण किया हैं जो इसे सिंकियांग प्रान्त से जोड़ता हैं।
खुजराब दर्रा (Khunjarab Pass):
- सागर स्तर से लगभग 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित।
- काराकोरम पर्वत का यह दर्रा चीन के सिक्यांग प्रान्त से जोड़ने वाला ऐतिहासिक दर्रा हैं।
- हिमपात के कारण शीत ऋतू में यह दर्रा परिवहन के लिए बंद रहता हैं।
लिखपानी (Likhapani):
- अरुणाचल प्रदेश में लगभग 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं।
- यह दर्रा भारत म्यांमार से जोड़ता हैं।
जेलिपला (Jelp La):
- सागर स्तर से लगभग 3850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं।
- यह दर्रा सिक्किम को लदाख से जोड़ता हैं।
- इसका रास्ता चंबु घाटी से होकर गुजरती हैं।